- केंद्रीय इस्पात मंत्री डी कुमार स्वामी और सांसद विजय बघेल को प्रेषित किया शिकायत पत्र

चैनल 9 . लाइफ
भिलाई। टाउनशिप के लाइसेंस से लीज में परिवर्तित दुकानदारों को समय सीमा पूरी होने और उनके द्वारा समय पर सक्षम अधिकारी के समक्ष प्रस्ताव देने के बाद भी अनुबंध के मुताबिक लीज नवीनीकरण की प्रक्रिया को जानबूझकर अधिकारियों ने लंबित कर रखा है। स्टील सिटी चेंबर के अध्यक्ष ज्ञानचंद जैन ने एचडी कुमारस्वामी केंद्रीय इस्पात मंत्री व दुर्ग सांसद विजय बघेल को पत्र लिखकर इस मामले की शिकायत की।
जैन ने बताया कि नगर सेवा विभाग के अधिकारी दुकानों के लीज पंजीयन की अवधि समाप्त होने का इंतजार कर रहे हैं ताकि उनको डिफाल्टर घोषित किया जाए और नई दरों पर लीज अनुबंध करने के लिए बाध्य किया जाए। नगर सेवा विभाग के अधिकारियों की इस कार्यशैली को लेकर शहर के व्यापारियों ने विरोध दर्ज कराया है। व्यापारियों ने अधिशासी निदेशक कार्मिक एवं प्रशासन को पत्र भेजकर नगर सेवा विभाग की अवैधानिक कार्यशैली पर रोक लगाने की मांग की है। व्यापारियों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि नगर सेवा विभाग के अधिकारियों को इस कार्यशैली के विरोध में स्टील सिटी चेंबर के पदाधिकारी के आक्रोश का शिकार होना पड़ सकता है।
ज्ञानचंद जैन ने स्पष्ट किया है कि एक तरफ जिन दुकानदारों को लीज में कन्वर्ट करने के बाद लीज डीड की कॉपी बीएसपी प्रबंधन ने उपलब्ध नहीं कराई। उन दुकानदारों के समक्ष एक विकट स्थिति बन गई है। दुकानदारों को इस बात की जानकारी नहीं है कि उनकी लीज अवधि कब समाप्त होने वाली है और उन्हें किस प्रक्रिया से गुजर कर लीज अनुबंध भिलाई इस्पात प्रबंधन के साथ करना है।
ज्ञानचंद जैन ने जानना चाहा कि जब लीज अनुबंध मद में भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन ने राशि प्राप्त कर ली है, तो अनुबंध की प्रति क्यों नहीं दी जा रही है। व्यापारियों को नई दरो पर लीज नवीनीकरण के लिए बाध्य क्यों किया जा रहा है। नगर सेवा विभाग के अधिकारियों की कार्यशैली भ्रष्टआचरण को जन्म देने वाली बन गई है और जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा जानबूझकर गैर जिम्मेदाराना कार्यशैली अपनाते हुए आवंटन धारकों को परेशान किया जा रहा है ।
ज्ञानचंद जैन ने पत्र की प्रति दुर्ग के कलेक्टर अभिजीत सिंह को भी प्रेषित की है। कलेक्टर से इस प्रकरण को संज्ञान में लेने और संबंधित आवंटन धारकों को लीज अनुबंध के नियम अनुसार पंजीयन की प्रक्रिया पूरा करने के लिए भिलाई इस्पात संयंत्र को निर्देशित करने का निवेदन किया है।


