- पूर्व विधायक अरुण वोरा ने लगातार पावर कट्स पर जताई चिंता, तकनीकी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने की मांग
चैनल 9 . लाइफ

दुर्ग। शहर में भीषण गर्मी और उमस के बीच लगातार हो रही बिजली कटौती से शहरवासी परेशान है। आंधी या बारिश होते ही बिजली का बार-बार गुल होने पर पूर्व विधायक अरुण वोरा ने चिंता जताते हुए बिजली विभाग के अफसरों से तत्काल समाधान की मांग की है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि सभी सब-स्टेशनों की रिले सेटिंग तत्काल दुरुस्त की जाए, जिससे अनावश्यक रूप से बिजली गुल होने की समस्या से जनता को निजात मिल सके।
अरुण वोरा ने कहा कि दुर्ग शहर में करीब 1 लाख से अधिक बिजली उपभोक्ता हैं, लेकिन उनके अनुपात में तकनीकी कर्मचारियों की भारी कमी है। इस कारण सुधार कार्य समय पर नहीं हो पाते हैं। कई ट्रांसफार्मर बहुत पुराने और कम क्षमता के हैं। इसके कारण भी वोल्टेज की समस्या बनी रहती है। वोरा ने शहर में नए ट्रांसफार्मर लगाने और तकनीकी स्टाफ की संख्या बढ़ाने की मांग की है ताकि उपभोक्ताओं को स्थाई राहत मिल सके।
वोरा ने इस विषय को लेकर कार्यपालन अभियंता रविकुमार दानी और बोरसी जोन के सहायक अभियंता दिलेन्द्र कुमार देशमुख से संपर्क कर समस्याओं की जानकारी ली और त्वरित समाधान के लिये आग्रह किया। वोरा ने कहा कि दुर्ग शहर में इस समय 16-17 सबस्टेशन कार्यरत हैं, लेकिन व्यवस्था चरमराई हुई है।
वोरा ने कहा कि भाजपा सरकार के शासन में बिजली कटौती ने जनता की जिंदगी को अंधकारमय बना दिया है। कांग्रेस सरकार में बिजली का बिल आधा आता था और सुविधा पूरी मिलती थी, लेकिन अब भाजपा सरकार में बिल दोगुना हो गया है जबकि बिजली आधी मिल रही है। जनता से दोगुने बिल की वसूली हो रही है, लेकिन सुविधा के नाम पर सिर्फ़ अंधेरा, तकलीफ और उपेक्षा मिल रही है। सरकार की उदासीनता ने साबित कर दिया है कि आम आदमी उनकी प्राथमिकता में कहीं नहीं है।
वोरा ने कहा कि 2018 से 2023 तक कांग्रेस सरकार द्वारा ‘हाफ बिजली योजना’ से लोगों को बिजली बिल में राहत मिली। लेकिन भाजपा सरकार में आम जनता गर्मी में पंखे-बिजली के बिना बेहाल हैं। लगातार बढ़ती समस्या से जनता में गहरा रोष है। सरकार की अनदेखी और लापरवाही के कारण यह समस्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, जिससे आम आदमी का जीना मुश्किल हो गया है।”


