- हफ्ते भर से सफाई ठप, बार-बार पानी सप्लाई में रुकावट : स्ट्रीट लाइट व्यवस्था बदहाल

चैनल 9 . लाइफ
दुर्ग। पिछले आठ दिनों से सफाई कामगारों की हड़ताल के कारण शहर की सफाई व्यवस्था ठप हो चुकी है। आज मिशन क्लीन सिटी के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल को प्लेसमेंट कर्मियों ने भी समर्थन दे दिया और हड़ताल में शामिल हो गए। इससे घर-घर से कचरा कलेक्शन के साथ नाली और सड़क की सफाई का काम भी ठप हो गया।

निगम मुख्यालय में आज मिशन क्लीन सिटी के 582 कर्मचारियों के अलावा करीब एक हजार से ज्यादा प्लेसमेंट कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल हो गए। पूर्व विधायक अरुण वोरा ने धरना स्थल पर जाकर हड़ताल को समर्थन दिया। नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव से फोन पर चर्चा की और कलेक्टर, महापौर, निगम कमिश्नर से भी हड़ताली कर्मचारियों की मांगों पर गंभीरता से विचार करने कहा।

पूर्व महापौर धीरज बाकलीवाल और नेता प्रतिपक्ष संजय कोहले सहित अन्य कांग्रेस पार्षदों ने सफाई कर्मचारियों की हड़ताल का समर्थन करते हुए नगर निगम की प्रशासनिक व्यवस्था को जमकर कोसा। उन्होंने नगर निगम की नागरिक सुविधाएं ठप होने के लिये महापौर की कार्यशैली को जिम्मेदार बताया।
हड़ताली कर्मचारियों के साथ ही लगातार विपक्षी हमलों से घिरने के बाद नगर निगम मुख्यालय में दिन भर हलचल मची रही। शाम को अलका बाघमार ने अलग अलग दौर में कई बार हड़ताली कर्मचारियों के प्रतिनिधिमंडल से चर्चा की। उन्होंने सभी समस्याओं को सुलझाने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल से चर्चा के दौरान सभापति श्याम शर्मा सहित एमआईसी मेंबर भी मौजूद रहे। मिशन क्लीन सिटी के सफाई कर्मियों को ठेका एजेंसी से मुक्त करने और मानदेय भुगतान के विषय पर भी शीघ्र निर्णय लेने का आश्वासन दिया गया। रात 9 बजे तक चर्चा जारी रही।
भाजपा पार्षदों में फूटा आक्रोश
सफाई व्यवस्था के साथ ही पानी सप्लाई में बार-बार रुकावट से आम जनता में काफी नाराजगी है। जनता की नाराजगी का सामना पार्षदों को करना पड़ रहा है। आम जनता की समस्याओं को सुलझाने में लगातार हो रही फजीहत के कारण करीब 20 पार्षदों ने बुधवार को विधायक गजेंद्र यादव से मुलाकात की। नगर निगम की अव्यवस्थाओं को लेकर नाराजगी जताई।
भाजपा सूत्रों का कहना है कि सत्तापक्ष के कई पार्षदों ने महापौर अलका बाघमार और निगम कमिश्नर सुमित अग्रवाल की कार्यप्रणाली को लेकर शिकायत की। निगम कमिश्नर सुमित अग्रवाल द्वारा पार्षदों का फोन रिसीव न करने पर नाराजगी जताई गई। पार्षदों की शिकायतें सुनने के बाद विधायक गजेंद्र यादव ने सफाई, स्ट्रीट लाइट व्यवस्था और पानी सप्लाई में हो रही दिक्कतों को लेकर कलेक्टर से चर्चा करने कहा। विधायक ने कलेक्टर से भी इन मुद्दों को लेकर चर्चा की।
बाद में भाजपा पार्षदों ने कलेक्टर अभिजीत सिंह से मुलाकात की। पार्षदों ने कलेक्टर से कहा कि निगम कमिश्नर पार्षदों के फोन रिसीव नहीं करते हैं। भाजपा पार्षदों ने कलेक्टर से आग्रह किया कि पानी सप्लाई व्यवस्था और स्ट्रीट लाइट के लिये डीएमएफ मद से राशि उपलब्ध कराएं। कलेक्टर ने शीघ्र उचित समाधान का आश्वासन दिया। चर्चा के दौरान निगम कमिश्नर सुमित अग्रवाल भी मौजूद रहे।
जिला भाजपा कार्यालय में भी गूंजी भाजपा पार्षदों की नाराजगी
आम जनता की शिकायतों से नाराज भाजपा पार्षदों ने जिला भाजपा अध्यक्ष सुरेंद्र कौशिक से भी चर्चा की। भाजपा पार्षदों ने कहा कि भाजपा की परिषद का गठन हुए अभी चंद महीने ही हुए हैं। आम जनता में नगर निगम की कार्यप्रणाली को लेकर काफी नाराजगी है। पानी सप्लाई व्यवस्था बार-बार ठप होने के साथ ही अब हफ्ते भर से सफाई बंद होने से नागरिकों में काफी रोष है।
भाजपा पार्षदों की नाराजगी देखते हुए विधायक गजेंद्र यादव, जिला भाजपा अध्यक्ष सुरेंद्र कौशिक और महापौर अलका बाघमार ने भाजपा पार्षदों के साथ नगर निगम से जुड़ी विभिन्न समस्याओं को लेकर तीन घंटे तक मंथन किया। विधायक गजेंद्र यादव ने सत्तापक्ष को सामंजस्य बनाकर काम करने की नसीहत दी। महापौर ने कहा कि हड़ताली कर्मचारियों के प्रतिनिधिमंडल से चर्चा हो रही है। शीघ्र हड़ताल समाप्त होने की उम्मीद है।


