
चैनल 9. लाइफ
दुर्ग। उरला के IHSDP कॉलोनी में घर के बाहर खेल रहे ढाई साल के मासूम बच्चे सुशांत सिंह मानिकपुरी को तेज़ रफ्तार ई-रिक्शा ने ठोकर मार दी। बताया जा रहा है कि चालक नशे की हालत में था। यह दुर्घटना बच्चे के परिजनों के सामने घटी। परिजनों ने बच्चे को अस्पताल लेकर गए, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इधर, हादसे के बाद रिक्शा चालक मौके से फरार हो गया था। लेकिन पुलिस ने प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा बताए गए हुलिए के आधार पर आरोपी को हिरासत में ले लिया है।
इलाके में भारी आक्रोश, परिजनों ने की न्याय की मांग
शोक में डूबे परिजनों ने मासूम को खोने के बाद न्याय की मांग की है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासनिक व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा है कि कॉलोनी में न सीसीटीवी कैमरे हैं, न पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था की गई है। इधर, घटना की सूचना मिलते ही पूर्व विधायक अरुण वोरा पीड़ित परिवार से मिलने बॉम्बे आवास पहुंचे। उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाया। वोरा ने निगम आयुक्त सुमित अग्रवाल और पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल से उरला सहित पटरीपार के अन्य क्षेत्रों में बढ़ते अपराध और दुर्घटनाओं को लेकर चर्चा की और तत्काल आवश्यक कदम उठाने की मांग की।
वोरा ने कहा कि उरला और अन्य पटरीपार क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। स्थायी पुलिस चौकी की स्थापना हो। मुख्य सड़कों पर स्पीड ब्रेकर बनाए जाएं। प्रकाश व्यवस्था होनी चाहिये और नशाखोरी पर तत्काल रोक लगाने की कार्रवाई की जाए।
वोरा ने जोर देते हुए कहा कि पटरीपार के इलाकों में बुनियादी सुरक्षा व्यवस्थाओं की सख्त जरूरत है। पिछले एक वर्ष में यहां अपराध और हादसों का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। यहां विशेष रूप से पुलिस व्यवस्था और एक अलग पुलिस चौकी की आवश्यकता है। लापरवाह ड्राइविंग पर सख्ती करना आवश्यक है। सभी बस्तियों में बुनियादी सुविधाएं देना जरूरी है।


