
चैनल 9 . लाइफ
रायपुर। राजीव भवन में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस की “राजनीतिक मामलों की समिति” की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट की मौजूदगी में सह प्रभारी जरिता लैतफलांग, विजय जांगिड़, प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, विधानसभा नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व उप मुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव सहित समस्त वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। बैठक सुबह 11 बजे शुरू हुई और लगभग 3 घंटों तक चली।
बैठक में पूर्व विधायक पूर्व मंत्री अरुण वोरा ने अपने विचार रखते हुए कहा कि पिछले कुछ महीनों में भाजपा ने कांग्रेस संगठन में हस्तक्षेप करने के लिए हरसंभव कोशिश की है, लेकिन हमारा संगठन आज भी पूरी सक्रियता से काम कर रहा है। वोरा ने कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस पूरी सक्रियता से कार्य कर रही है। लेकिन कुछ ज़िलों में कांग्रेस संगठन की सक्रियता अपेक्षाकृत कम नज़र आ रही है। ऐसे जिलों में निष्क्रियता समाप्त करने और पार्टी को और मजबूत बनाने की आवश्यकता है।
उन्होंने आगे कहा कि पिछले 18 महीनों की सरकार में भाजपा छत्तीसगढ़ में शासन के हर मोर्चे पर असफल रही है। प्रदेश में नशाखोरी के बढ़ते ग्राफ और शिक्षा व स्वास्थ्य क्षेत्रों की दुर्दशा को लेकर चिंता जताई। वोरा ने कहा कि राज्य में 100 से अधिक सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की भारी कमी है और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं लगभग ठप हैं। राज्य में 300 सरकारी स्कूल बिना किसी शिक्षक के हैं, जबकि 5,500 स्कूलों में केवल एक ही शिक्षक है। यह बेहद खराब स्थिति है।
वोरा ने दुर्ग क्षेत्र में हाल ही में लगभग 2,000 महिलाओं द्वारा शराब दुकान खोलने के विरोध में धरना देने का मुद्दा भी उठाया। वोरा ने कहा कि जनभावना से स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं कि प्रदेश की जनता जागरूक हो चुकी है और भाजपा की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ खड़ी हो रही है। बैठक के दौरान प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने सभी नेताओं को जानकारी दी कि आगामी 7 जुलाई को ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे व महासचिव केसी वेणुगोपाल रायपुर में आगमन करेंगे। वे एक विशाल सभा को संबोधित करेंगे और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के कार्यों की समीक्षा करेंगे।


