
चैनल 9 . लाइफ
भिलाई। भिलाई के कला मंदिर परिसर में संविधान बचाओ यात्रा का आयोजन किया गया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश में 11 वर्षों से अघोषित आपातकाल लगा हुआ है, मोदी सरकार लोकतंत्र के चारों स्तंभों पर लगातार प्रहार कर रही है। ऐसे में यह हम सभी का नैतिक दायित्व है कि हम हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए है खड़े हों।

भूपेश ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी लगातार संविधान को कमजोर करने की साजिश कर रही है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर यह रैली आयोजित की गई है, जिसका उद्देश्य संविधान की रक्षा करना है। केंद्र सरकार विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका तीनों संवैधानिक संस्थाओं पर दबाव बनाकर लोकतंत्र को कमजोर कर रही है।

रैली में भिलाई विधायक देवेंद्र यादव, पूर्व विधायक बदरुद्दीन कुरैशी,अरुण वोरा, भिलाई जिला कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, महापौर नीरज पाल सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार लोकतांत्रिक संस्थाओं की स्वायत्तता को लगातार कमजोर कर रही है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कुचलने का प्रयास किया जा रहा है। इस मौके पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता अरुण वोरा ने कहा कि भाजपा सरकार इतनी असहाय और बौखलाई हुई है कि उसे अपनी विचारधारा को थोपने के लिए प्रशासनिक तंत्र का सहारा लेना पड़ रहा है।
वोरा ने कहा कि 25 जून को केंद्र की भाजपा सरकार के निर्देश पर दुर्ग प्रशासन द्वारा ‘संविधान हत्या दिवस मनाया गया। यह भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में एक काला अध्याय है। भाजपा सरकार के 11 वर्षों में भले ही आपातकाल की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई हो, लेकिन मीडिया की स्थिति 1975-77 के आपातकाल से भी ज़्यादा भयावह हो चुकी है। आज सच बोलना गुनाह बन गया है। असहमति की आवाज़ को कुचला जा रहा है। अधिकांश मुख्यधारा मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ नहीं, बल्कि सत्तारूढ़ दल का प्रचारतंत्र बन गया है।


