
चैनल 9 . लाइफ
दुर्ग | दुर्ग जिले की शिक्षा व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में है। सरकारी स्कूलों में शिक्षा सत्र शुरू हुए 15 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक बच्चों को पाठ्यपुस्तकें और अभ्यास कॉपियाँ नहीं दी गई हैं। इस लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए मंगलवार को दुर्ग के पूर्व महापौर धीरज बाकलीवाल ने जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) कार्यालय पहुँचकर अधिकारियों को घेरा और जवाब तलब किया।
डीईओ कार्यालय पहुंचने से पहले बाकलीवाल ने गवर्नमेंट जेआरडी स्कूल का दौरा किया और वहाँ के प्राचार्य व विद्यार्थियों से मुलाक़ात कर जानकारी प्राप्त की। बच्चों ने बताया कि अभी तक उन्हें किताबें नहीं मिली हैं, जिससे उनकी पढ़ाई में लगातार बाधा आ रही है।
22 प्राथमिक और 12 हायर सेकंडरी संकुलों में किताबें नहीं पहुँचीं
धीरज बाकलीवाल ने बताया कि उन्हें मिली जानकारी के अनुसार प्राथमिक स्तर के 34 संकुलों में से 22 संकुलों में और हायर सेकंडरी के 12 संकुलों में अब तक पुस्तकें नहीं पहुँच पाई हैं, जो बेहद गंभीर लापरवाही है। उन्होंने इस देरी के लिए शिक्षा विभाग की जवाबदेही तय करने की माँग की।
बाकलीवाल ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार इस बार नई बारकोडिंग व्यवस्था के तहत किताबें बाँट रही है। पहले किताबें आएंगी, फिर उनकी स्कैनिंग होगी, फिर वितरण होगा। इस पूरी प्रक्रिया में अभी और 10 दिन लगने की संभावना है। मतलब कुल 25 दिन तक छात्र बिना किताब के रहेंगे, जो बच्चों के भविष्य के साथ अन्याय है।
बाकलीवाल ने बताया कि पढ़ाई की नींव किताबों से पड़ती है, और 15 दिन बाद भी बच्चे खाली हाथ हैं। शिक्षा के साथ यह अव्यवस्था बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बाकलीवाल के साथ कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल में निगम के नेता प्रतिपक्ष संजय कोहले, पार्षद दीपक साहू, पूर्व पार्षद भोला महोबिया, मनदीप भाटिया, विजेंद्र भारद्वाज, विजय चंद्राकर, सुशील भारद्वाज, प्रभारी सचिव अनूप वर्मा, गौरव उमरे, प्रदेश संयोजक चिराग शर्मा, एनएसयूआई अध्यक्ष वरुण केवलतानी, अमोल जैन शाश्वत पांडे, यश बाकलीवाल, अंश चतुर्वेदी, दिव्यांश साहू, संस्कार शर्मा, संजय सिंह, श्रेयस, आयुष भार्गव, शिवेश दुबे, आयुष राव, छव्या साहू, यासिफ़ ख़ान सहित वरिष्ठ कांग्रेसगण, युवा कांग्रेस व एनएसयूआई के नेता उपस्थित रहे।


