
चैनल 9 . लाइफ
कवर्धा। जिले के कलेक्टर गोपाल वर्मा ने गुरुवार की सुबह जिला पंचायत, जिला अस्पताल और करपात्री स्कूल में आकस्मिक निरीक्षण किया। कलेक्टर ने देर से आने वाले अनुशासनहीन अधिकारियों-कर्मचारियों को कड़ी फटकार लगाई। 42 लेटलतीफ कर्मचारियों को शोकाज नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। मौके पर मौजूद कई कर्मचारियों ने अपनी गलती मानते हुए सार्वजनिक रूप से कान पकड़कर क्षमा याचना की। भविष्य में समय पर दफ्तर आने का संकल्प भी लिया।
जिला पंचायत कार्यालय में निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने उपस्थिति रजिस्टर का अवलोकन किया। कुल 42 कर्मचारी देर से कार्यालय पहुंचे थे। कलेक्टर ने सभी के नाम के सामने टीप अंकित कर संबंधितों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर वर्मा ने कहा कि जिला पंचायत और जिला अस्पताल जैसे जनसेवा से जुड़े संस्थान आम जनता की मूलभूत आवश्यकताओं से संबंधित हैं। राज्य शासन ने कार्यदिवस का समय सुबह 10 बजे से शाम 5:30 बजे तक निर्धारित किया है। सभी अधिकारी और कर्मचारी निर्धारित अवधि में कार्यालय में उपस्थित रहें। कलेक्टर ने करपात्री स्कूल में भी आकस्मिक निरीक्षण कर शिक्षकों की उपस्थिति की जांच की। समय की अनदेखी करने वाले शिक्षकों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई के संकेत दिए। कलेक्टर ने कहा कि अब लेटलतीफी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कलेक्टर ने जिला अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया, जहां चिकित्सकों, तकनीकी स्टाफ और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की उपस्थिति की जांच की गई। यहां भी कई कर्मचारी समय पर उपस्थित नहीं थे। कलेक्टर ने अस्पताल प्रशासन को ड्यूटी में तैनात चिकित्सकों की शिफ्टवार सूची, उनके नाम और मोबाइल नंबर सहित एक बोर्ड पर प्रमुखता से प्रदर्शित करने कहा।


