
- कांग्रेसजनों ने कैंडल मार्च निकालकर किया प्रदर्शन
चैनल 9 . लाइफ
लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा मतदाता सूची में हेराफेरी कर वोट चोरी करते हुए भाजपा के चुनाव जीतने का भांडा फोड़ दिया गया है। इसके पुख्ता प्रमाण राहुल गांधी ने दिये हैं। इस मामले में पूरे देश में निर्वाचन आयोग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना हो रही है। कांग्रेस लगातार निर्वाचन आयोग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस कृत्य के लिए उन पर लगातार हमले कर रही है। देश भर में जन आंदोलन शुरू हो रहे हैं।

आज इसी क्रम में दुर्ग जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष राकेश ठाकुर के नेतृत्व में वोट चोर गद्दी छोड़ अभियान के तहत पटेल चौक से इंदिरा प्रतिमा इंदिरा मार्केट तक कैंडल मार्च निकालकर निर्वाचन आयोग और मोदी के खिलाफ नारेबाजी की गई। लोकतंत्र की हत्या करने वाले निर्वाचन आयोग और नरेंद्र मोदी के खिलाफ वोट चोर गद्दी छोड़ अभियान शुरू किया गया। जनता के सामने भाजपा और चुनाव आयोग की करतूत को बताया गया।
ग्रामीण जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने कहा कि लोकसभा के पूर्व व बाद में कई राज्यों के विधानसभा चुनाव हुए। महाराष्ट्र, हरियाणा और उसके बाद लोकसभा में जनता खुद कांग्रेस गठबंधन की जीत का दावा कर रही थी लेकिन परिणाम अप्रत्याशित रूप से आए। बीजेपी चुनाव जीत गई और मोदी प्रधानमंत्री बन गए। महाराष्ट्र में मतदान खत्म होने के बाद पोलिंग बूथ में मतदान प्रतिशत 5 से 10 प्रतिशत बढ़ना और 288 में 234 सीट भाजपा को मिलने पर जनता को आज भी विश्वास नहीं है।
राहुल गांधी ने सबूतों के साथ निर्वाचन आयोग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए साक्ष्य के साथ पूरे देश को चुनाव में वोट चोरी के प्रमाण दिये। इलेक्ट्रॉनिक वोटर लिस्ट मांगने पर भी नहीं दी गई। कर्नाटक के महादेव पुरा में एक लाख से अधिक फर्जी वोट निकले। एक वोटर का नाम और अलग राज्यों की अलग-अलग बूथों में पाए गए। बिना पहचान के फर्जी वोटर का भाजपा में वोट करना सीधे चुनाव को प्रभावित करता है।
आने वाले बिहार चुनाव से पहले वहां के 65 लाख मतदाताओं का नाम काटना और कांग्रेस सहित विपक्ष द्वारा उनकी लिस्ट व नाम काटने का कारण मांगने पर अब तक नहीं दिया जा रहा है सीधा-सीधा चुनाव आयोग के निष्पक्ष चुनाव पर संदेह उत्पन्न करता है और बीजेपी को चुनाव जिताने की साजिश की गई है।
प्रदेश कांग्रेस महामंत्री राजेंद्र साहू ने कहा कि आज सुप्रीम कोर्ट ने बिहार चुनाव आयोग को आदेश दिया कि वोटर लिस्ट से काटे गए 65 लाख मतदाताओं के नाम निर्वाचन आयोग बताए और नाम काटने के कारण भी बताए। पूरी लिस्ट को अखबार, टीवी, रेडियो में प्रसारित करें। बीएलओ, पंचायत समस्त कार्यालयों में चस्पा करे।
पूर्व महापौर धीरज बाकलीवाल ने कहा निर्वाचन आयोग और मोदी के षड्यंत्र में लोकतंत्र की हत्या का प्रयास किया जा रहा है। एक तानाशाह देश की सत्ता हथियाने विपक्ष को कुचलने का झूठे आरोपों में फंसाकर डराकर धमकाकर, विपक्ष को खत्म करने और अब वोट की चोरी कर चुनाव जीतने का प्रयास किया जा रहा है जिसे देश की जनता समझ चुकी है।
कैंडल मार्च में आर एन वर्मा, अल्ताफ अहमद, कमलकांत शुक्ला, संजय कोहले, कौशल किशोर, प्रवक्ता नासिर खोखर, राजकुमार नारायणी, देवेंद्र देशमुख, राजीव गुप्ता, अजय मिश्रा, संदीप वोरा, राज कुमार पाली, सुशील भारद्वाज, आनंद कपूर ताम्रकार, मोहित वाल्दे, हेमंत तिवारी, फतेह सिंह भाटिया, गौरव उमरे, प्रीतम देशमुख, मोहम्मद रफीक खान, वरुण केवलतानी, यश बाकलीवाल, दीपक जैन, मुकेश साहू, चंद्रशेखर पारख, सुमित घोष, राजकुमार वर्मा, श्रीशरण डोंगरे, विकास सापेकर, अशोक चंद्राकर, अमन, सुधीर चंदेल, अमन चौरे, चिराग शर्मा, अमन वर्मा, अंश चतुर्वेदी, हितेश नागपाल, दुर्ग ग्रामीण से शमशेर कुरैशी, अरुण साहू, जीवन निर्मलकर, रामदेव साहू कामदेव साहू पप्पू सोनवानी, राजपूत, विक्रांत अग्रवाल अशोक साहू, महेंद्र वर्मा, प्रमोद राजपूत, दिनेश साहू, आजाद खान हरीश ठाकुर, राजेश्वर सोनकर, पालेश्वर ठाकुर, लुमेश्वर पटेल, ज्ञानू बांगडे, प्रियंका राजपूत सदाबहार, राम सिंह, अभिनव बघेल, विमल यादव माया चौधरी, मीना पाल, देव सिन्हा सहित अन्य कांग्रेसी उपस्थित रहे।


