Friday, November 14, 2025
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परियोजना अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज : नौकरी लगाने के नाम पर 10 लाख वसूलने का आरोप : पुलिस ने शुरू की जांच

चैनल 9 . लाइफ

दुर्ग। महिला-बाल विकास विभाग की परियोजना अधिकारी के खिलाफ पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। शिकायत में कहा गया है कि परियोजना अधिकारी ने युवती से सरकारी नौकरी के नाम पर 10 लाख रुपए की ठगी की है। महिला को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बनाने के नाम पर परियोजना अधिकारी ने 2 लाख रुपए की मांग की। रकम देने से मना करने पर अधिकारी ने बेटी को जिला परियोजना अधिकारी बनाने का झांसा दिया और दो किश्तों में 10 लाख रुपए वसूल लिए। इस मामले में पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
वार्ड नंबर- 3 के मठपारा निवासी श्वेता जांगिड (24) की मां शीतल जांगिड ने अप्रैल 2023 में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पद के लिए आवेदन भरा था। एक अन्य आंगनबाड़ी के कार्यकर्ता के जरिए उसे पता चला कि महिला-बाल विकास विभाग की परियोजना अधिकारी रचिता नायडू पद पर नियुक्ति करा सकती है। इसके बाद शीतल अपने बेटी श्वेता के साथ अधिकारी से ऋषभ नगर स्थित उनके घर मिलने पहुंची।
परियोजना अधिकारी ने शीतल की नौकरी लगाने के लिए 2 लाख रुपए की मांग की। पैसे न होने के कारण उन्होंने मना कर दिया। बाद में परियोजना अधिकारी ने श्वेता से दोस्ती की और उसके घर आना-जाना शुरू कर दिया। शिकायत में कहा गया है कि रचिता नायडू ने दुर्ग में पदस्थ रहते हुए श्वेता जांगिड़ से रकम वसूल किये। श्वेता जांगिड़ ने सोना गिरवी रखकर अधिकारी को पैसे दिए थे। इंटरव्यू लिस्ट में उसका नाम न आने पर श्वेता ने पैसे वापस करने का दबाव बनाया।  एफआईआर में कहा गया है कि बिलासपुर में वेकेंसी निकलने पर 17 दिसंबर 2024 को श्वेता की मां ने सोना गिरवी रखकर अधिकारी को 5 लाख रुपए दिए। रचिता नायडू ने भरोसा दिलाया कि वो नौकरी लगवा देगी। 2025 अप्रैल में उसने फिर 5 लाख की डिमांड की। परियोजना अधिकारी ने बड़ी पोस्ट पर नियुक्ति की बात कहकर पैसों की डिमांड की। पैसे न देने पर पहले दिये गए 5 लाख डूबने की बात कही।
21 मई 2025 को उन्होंने बचे हुए गहने को गिरवी रखकर 5 लाख रुपए रायपुर वाले घर में जाकर दिया। उसने आश्वासन दिया कि अब नौकरी लग जाएगी। एक सप्ताह बाद उसने दोबारा कॉल कर 6 लाख की डिमांड कर दी। मना करने और पैसे वापस मांगने पर गाली-गलौज भी करने लगी। बाद में उसने कॉल रिसीव करना बंद कर दिया और श्वेता के नंबर को ब्लॉक कर दिया। जब मां-बेटी अधिकारी के घर गए तो उसने बड़े पुलिस अफसरों से पहचान होने की बात कहकर किसी भी थाने से उठवाने की धमकी दी।
रायपुर के एक टीआई ने श्वेता और उसकी मां को महिला अधिकारी के घर न जाने कहा। ऐसा करने पर जेल भेजने की धमकी दी। इस पूरे मामले में 27 सितंबर 2025 को श्वेता और उसकी माता शीतल जांगिड़ ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई है। रचिता के साथ हुई वॉट्सऐप चैट और कॉल के स्क्रीनशॉट, मैसेज-कॉल के स्क्रीनशॉट, वॉइस रिकॉर्डिंग, पेन ड्राइव पर और अन्य दस्तावेज पेश किए गए हैं। पुलिस ने धारा 318(4), 3(5) बीएनएस तहत केस दर्ज कर लिया है। कोतवाली पुलिस आरोपी अधिकारी और उसके करीबी की तलाश में जुटी है। पुलिस के अनुसार आरोपी परियोजना अधिकारी फरार है।

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