Friday, November 14, 2025
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संगठन सृजन अभियान है या ” कांग्रेस सत्यानाशा मिशन” … खुद कांग्रेसी कर रहे कांग्रेस की फजीहत : बेहिसाब शिकायतें … बेहिसाब हथकंडे …

  • क्या खरगे और राहुल भी इसी बात पर मंत्रणा कर रहे हैं … सृजन अभियान कहीं सत्यानाशा अभियान तो नहीं बन जाएगा …

चैनल 9 . लाइफ 

दुर्ग। संगठन सृजन के तहत हो रहे कांग्रेस संगठन के चुनाव को लेकर राहुल गांधी के वोट चोरी बम और वोटर अधिकार यात्रा से कांग्रेस को मिली ताकत का फुग्गा फूटने लगा है। वोटर अधिकार यात्रा से कांग्रेस को जितनी ताकत मिली थी, उससे कई गुना ताकत हरेक जिले और शहर में कम हो रही है। कांग्रेस संगठन चुनाव में उपजी अंतर्कलह से संगठन का सृजन नहीं हो रहा है बल्कि संगठन का शिराजा बिखर रहा है।

हालत ये है कि संगठन की ताकत तार-तार हो रही है। खुद कांग्रेसी मान रहे हैं कि शिकवा-शिकायतों का ऐसा चरम दौर शायद पहले कभी नहीं देखा गया। एक-दूसरे पर सच्चे-झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। खुद का वर्चस्व दिखाने के लिये दावेदार तमाम वैध -अवैध हथकंडे अपना रहे हैं।

कांग्रेस का संगठन सृजन अभियान चरम पर है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पर्यवेक्षक अजय कुमार लल्लू दुर्ग में 4 अक्टूबर से डेरा डाले हुए हैं। दुर्ग शहर कांग्रेस कमेटी, भिलाई नगर कांग्रेस कमेटी और दुर्ग ग्रामीण कमेटी के अध्यक्ष पद के दावेदार आवेदन जमा कर रहे हैं। दावेदारों के समर्थन और विरोध में राजनीति इस कदर तेज हो गई है कि खुद कांग्रेसजन कहने लगे हैं – यह संगठन सृजन है या संगठन सत्यानाशा अभियान …

  • दुर्ग शहर कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिये दावेदारी कर रही प्रदेश युवा कांग्रेस की सचिव एनी पीटर ने हाल ही में कांग्रेस ऑब्जर्वर अजय कुमार लल्लू से शिकायत करते हुए कहा कि अध्यक्ष पद के दावेदार पूर्व महापौर धीरज बाकलीवाल ने उन्हें अध्यक्ष पद के लिये दावेदारी करने से रोका है। पूर्व महापौर के एक समर्थक ने उन्हें धमकी भी दी है। समर्थक ने धमकाते हुए कहा कि पूर्व महापौर का अध्यक्ष बनना तय है। अध्यक्ष बनने के बाद तुम्हारी राजनीति उखाड़कर फेंक दिया जाएगा।
  • एक पूर्व पार्षद ने पूर्व महापौर की शिकायत करते हुए पिछली परिषद के कार्यकाल का कच्चा चिट्‌ठा खोल दिया। पूर्व पार्षद ने यहां तक कहा कि पूर्व महापौर को अध्यक्ष बनाए जाने पर नगर निगम के पिछले कांग्रेस कार्यकाल में हुए भयंकर भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाने का मौका भाजपा को मिल जाएगा। इससे कांग्रेस की फजीहत होगी।
  • एक पूर्व पार्षद ने तो पिछले कार्यकाल में पार्षदों की पिकनिक पार्टियों में होने वाले कारनामों का चिट्‌ठा खोलने चारित्रिक हमला बोलने की तैयारी कर ली है। कांग्रेस के दूसरे संगठन नेताओं ने समझाईश देते हुए पूर्व पार्षद को ऐसा करने से रोक दिया।
  • युवा कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने कांग्रेस ऑब्जर्वर से साफ कह दिया है कि नगर निगम में पिछले कार्यकाल में ठेकेदारी करने वाले गिने चुने युवा कांग्रेसी ही पूर्व महापौर को समर्थन दे रहे हैं। युवा कांग्रेिसयों का बड़ा वर्ग पूर्व महापौर को समर्थन नहीं दे रहा है।
  • एनएसयूआई पदाधिकारियों के बड़े वर्ग ने भी इन खबरों को गलत बताया है कि पूर्व महापौर को पूरे एनएसयूआई संगठन द्वारा समर्थन दिया जा रहा है। छात्र नेताओं का कहना है कि किसी पूर्व महापौर को गिने चुने पदाधिकारी ही समर्थन दे रहे हैं।
  • कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने शिकायत की है कि भाजपा से विधानसभा की टिकट की दावेदारी करने वाले एक बड़े बिल्डर / कांट्रैक्टर पूर्व महापौर को अध्यक्ष बनाने में दिलचस्पी ले रहे हैं। दूर की कौड़ी सोचने वाले बिल्डर को उम्मीद है कि भविष्य में दुर्ग शहर से टिकट मिलने पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष उनकी जेब में होगा। पूरी तरह कांग्रेस को मैनेज किया जा सकेगा।
  • कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस ऑब्जर्वर से शिकायत में कहा है कि भाजपा नेता / बिल्डर ने अपने चहेते को अध्यक्ष बनाने के लिये भाजपा के वार्ड स्तर के युवाओं की टीम बनाकर कांग्रेस आब्जर्वर के पास भेज रहे हैं। भाजपा के लिये काम करने वाले युवा कार्यकर्ता खुद को युवा कांग्रेसी बताते हुए पूर्व महापौर धीरज को ही शहर कांग्रेस अध्यक्ष की कमान सौंपने की मांग कर रहे हैं।
  • अध्यक्ष बनने के तरह तरह के हथकंडे अपनाने वाले पूर्व महापौर के कट्‌टर समर्थक ने अध्यक्ष पद के एक और दावेदार आरएन वर्मा की उम्र का जिक्र करते हुए कहा है कि वर्मा को अध्यक्ष नहीं बनाया जाना चाहिये। इस पर काउंटर अटैक करते हुए वर्मा के समर्थक ने कह दिया है कि क्या पूर्व महापौर और उनके समर्थकों ने उम्र का मामला उठाकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के उम्रदराज होने पर भी हमला कर दिया है।

डैमेज कंट्रोल करने ऑब्जर्वर ने किया शिकायतों से इंकार

कांग्रेस ऑब्जर्वर ऐसी तमाम शिकायतों को सुन तो रहे हैं लेकिन मीडिया से साफ कह रहे हैं कि कांग्रेसजन अलग अलग ग्रुप में आकर अपनी बातें कह रहे हैं। कांग्रेस ऑब्जर्वर अजय कुमार लल्लू पार्टी के दिग्गज नेताओं में से एक हैं। कांग्रेस को होने वाले डैमेज कंट्रोल से बचाने के लिये चतुर सियान अजय कुमार लल्लू किसी भी दावेदार से शिकायत मिलने से इंकार करते हैं। उनका रटा-रटाया जवाब है – कांग्रेसियों के बीच मतों में अंतर हो सकता हैं। मन में कोई भेद नहीं है। सभी कांग्रेसी एकजुट हैं।

इन जवाबों को सुनने के बाद चुनावी सक्रियता से दूर रहने वाले कांग्रेस के एक बुजुर्ग नेता ने प्रतिक्रिया दी – शिकायतों को गंभीरता से लेना जरूरी है। मतभेद हैं मनभेद नहीं … जैसी बातों के कारण ही कांग्रेस की दुर्गति हुई है। इस जवाब से पता चल रहा है कि ये संगठन सृजन अभियान नहीं बल्कि पार्टी के लिये सत्यानाशा से ज्यादा सवा सत्यानाशा अभियान है। 

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