
चैनल 9 . लाइफ
प्रदेश में 15 नवंबर से धान खरीदी शुरू होने वाला है, लेकिन अभी तक सभी किसानों का पंजीयन नहीं हुआ है। पहले डीएपी सहित अन्य खाद को लेकर किसान परेशान रहे थे। अब किसान धान बेचने के लिये पंजीयन न हो पाने की परेशानी का सामना कर रहे हैं। किसानों की समस्याओं को लेकर आज किसान कांग्रेस ने दुर्ग में धरना प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन के दौरान पूर्व विधायक अरूण वोरा, जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष राकेश ठाकुर, किसान कांग्रेस के जिला अध्यक्ष पुकेश चंद्राकर सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।
धरना सभा को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक अरुण वोरा ने कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों के हित में कभी भी काम नहीं किया। किसानों को पहले महंगी दर पर खाद खरीदना पड़ा। डीएपी खाद के लिये किसान परेशान रहे। अब धान बेचने के लिये पंजीयन की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
वोरा ने कहा कि पिछले सप्ताह दुर्ग कलेक्ट्रेट में एक किसान द्वारा आत्मदाह का प्रयास किया गया। इससे स्पष्ट हो गया है कि किसान सरकार के रवैये से नाराज हैं। पूर्व में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सबसे पहले किसानों का दर्द समझा और किसानों का 75000 करोड़ का कर्ज माफ किया। वर्तमान सरकार अपने उद्योगपति मित्रों को जंगल जमीन, खनिज बेच कर उनको फायदा पहुंचा रही है।
जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार किसानों के साथ धोखेबाजी कर रही है। अब तक एग्रो स्टेक पोर्टल में 65% किसानों का पंजीयन ही नहीं हुआ है। किसान अपनी धान की फसल को बेचने के लिए पंजीयन कराने परेशान हो रहे हैं। भाजपा सरकार और उनके अधिकारी लापरवाही से किसानों को प्रताड़ित कर रहे हैं। भाजपा के घोषणा पत्र में 3100 रुपए में 21 क्विंटल धान की खरीदी का वादा किया था, पिछले साल किसानों को एकमुश्त भुगतान नहीं किया गया। पिछले वर्ष धान के समर्थन मूल्य में 117 रुपए का इजाफा हुआ और इस साल 69 रुपए का समर्थन मूल्य बढ़ा है। किसानों को 31 सौ रुपए में कुल 186 रुपए की बढ़ोतरी जोड़कर भुगतान करना चाहिये। लेकिन सरकार न तो समर्थन मूल्य बढ़ा रही है, न किसानों का धान खरीदना चाह रही है।
किसान कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर ने कहा एग्रो स्टेक पोर्टल में शुरू से खामी रही है। धान बेचने के लिए केवल 35% किसानों का पंजीयन हो पाया है। एग्रो स्टेट पोर्टल की खामी को तत्काल सुधार किया जाए और पंजीयन की अंतिम तिथि को बढ़ाया जाए। खामी दूर न होने पर पूर्व की तरह मैन्युअल में किसानों का पंजीयन किया जाए। शीघ्र समाधान न होने पर प्रदेश के अन्नदाता किसान 3100 रु में धान बेचने से वंचित हो जाएंगे।
कांग्रेस नेताओं ने ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी है कि धान खरीदी शुरू होने से पहले पोर्टल में सुधार न होने और 2 साल में बढ़ी दर से धान की कीमत का भुगतान न होने पर कांग्रेस भविष्य में आंदोलन का विस्तार करेगी। धरना प्रदर्शन में रिवेंद्र कुमार यादव, देवेंद्र देशमुख, रिसाली महापौर शशि सिंह, टिकेश्वर लाल देशमुख, योगिता चंद्राकर, राजीव गुप्ता, प्रहलाद वर्मा, दीपांकर साहू, कृष्ण देवांगन नंदकुमार सेन, पुष्कर चंद्राकर, ममता यादव, जमुना ठाकुर, सुरेखा गणेश बालेश्वर साहू जगदीश प्रसाद दीपक जामवंत गजपाल तरुण बंजारे ईश्वर साहू सुखदेव यादव, नासिर खोखर, आनंद कपूर ताम्रकार सुमित घोष सौरभ ताम्रकार सहित अन्य कांग्रेसी और किसान उपस्थित रहे।


