
चैनल 9 . लाइफ
दुर्ग। दीपावली के पावन अवसर पर आज दुर्ग में ” विष्णु के दीया ” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शिक्षा मंत्री गजेन्द्र यादव ने स्कूल में बच्चों के साथ दीप जलाकर पटाखे जलाए और दिवाली की खुशियाँ साझा की। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में इस अनूठे कार्यक्रम में बच्चों के साथ दीपोत्सव मनाकर शिक्षा मंत्री यादव ने शिक्षा और संस्कृति का सुंदर संगम प्रस्तुत किया।

शिक्षा, ग्रामोद्योग और विधी विधायी मंत्री गजेन्द्र यादव दुर्ग स्थित शासकीय प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शाला, शक्तिनगर में आयोजित विष्णु के दीया कार्यक्रम में शामिल हुए और बच्चों के साथ दिवाली मनाई। गजेंद्र ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए स्कूल आ पढ़े बर जिनगी ल गढ़े बर थीम को लेकर जीवन में शिक्षा के महत्त्व को बताया। बच्चों को पढ़ाई करने प्रेरित किया।


गजेंद्र ने कहा क दीपावली का यह पावन पर्व ज्ञान, प्रकाश और संस्कृति का सुंदर संगम है। दीपोत्सव के इस पावन अवसर पर हम सभी बच्चों, शिक्षकों और दुर्ग के परिवारजनों के साथ विद्यालय परिसर में दीप प्रज्वलित किया गया, ताकि हर कक्षा, हर मन और हर घर में शिक्षा का उजाला फैल सके। इस अवसर पर ज्ञान ही सच्चा प्रकाश है के संकल्प को पुनः दोहराया गया।
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शाम 5 बजे से शुरू हुए विष्णु के दीया आयोजन में बच्चों ने सुवा नृत्य और दीपावली गीतों की रंगारंग प्रस्तुतियाँ दीं। शिक्षा मंत्री ने बच्चों को उपहार भी वितरित किया। उपहार पाकर स्कूल परिसर में खुशियों का उल्लास और भी बढ़ गया।कार्यक्रम में शिक्षकों, अभिभावकों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। दीपों की रोशनी से जगमगाता विद्यालय परिसर विकसित छत्तीसगढ़ के उज्ज्वल भविष्य की झलक प्रस्तुत कर रहा था।
इस अवसर पर महापौर परिषद के सदस्य देवनारायण चंद्राकर, मंडल अध्यक्ष मनमोहन शर्मा, कमलेश फेकर, पार्षद कांशीराम कोसरे, सुरुचि उमरे, अंजु तिवारी, डीईओ अरविंद मिश्रा, शिक्षा विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, क्षेत्र के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
गजेंद्र ने की थी स्कूल में एक दीया जलाने की अपील
शिक्षा मंत्री यादव ने विद्यार्थियों और शिक्षकों से आह्वान किया है कि इस दीपावली पर सभी बच्चे अपने–अपने विद्यालय में एक दीया अवश्य जलाएँ। यह दीया केवल उत्सव का हिस्सा नहीं होगा, बल्कि यह शिक्षा, सकारात्मक सोच और आत्मविश्वास का प्रतीक बनेगा। विष्णु का दीया कार्यक्रम मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी के नाम से प्रेरित है। इस कार्यक्रम के माध्यम से यह संदेश दिया जा रहा है कि प्रदेश के मुखिया स्वयं शिक्षा को सर्वाेच्च प्राथमिकता देते हैं और यह चाहते हैं कि छत्तीसगढ़ का हर बच्चा शिक्षा की ज्योति से आलोकित हो।
गजेन्द्र यादव ने कहा कि यह कार्यक्रम दीपावली पर्व को शिक्षा और संस्कारों से जोड़ने की एक अनूठी पहल है, जिसका उद्देश्य बच्चों के जीवन में ज्ञान का महत्व स्थापित करना और उन्हें उज्ज्वल भविष्य की ओर प्रेरित करना है। दीपावली का दीया केवल रोशनी का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह ज्ञान, उम्मीद और उज्ज्वल भविष्य का भी प्रतीक है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का सपना है कि छत्तीसगढ़ का हर बच्चा शिक्षा के प्रकाश से रोशन हो और पूरे प्रदेश का नाम गौरव के साथ ऊँचा करे। जिस तरह छोटा–सा दीपक अंधकार को मिटा देता है, उसी प्रकार शिक्षा भी जीवन के अज्ञान और कठिनाइयों को दूर कर देती है।


